रिश्ते में विवादों की नो एंट्री।
No Entry of Disputes in Relationship
जहां प्यार होता है वहां नोक-झोंक भी होती है। पति -पत्नी हो या प्रेमी-प्रेमिका, सभी के बीच कभी-न-कभी किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा या छोटी मोटी नोक-झोंक तो हुई होगी, लेकिन कई बार यही विवाद नियंत्रण से बाहर हो जाता है। इसकी वजह होती है, आपका खुद का बचाव करना या सिर्फ अपने आप को सही साबित करने की कोशिश करना। आपकी यह आदत विवाद के दौरान आपको निर्दयी बना देती है, आप न छटे हुए भी कुछ ऐसी बातें और फैसले कर लेते हैं, जो आपके रिश्ते को खराब कर सकती है। लेकिन कुछ खास बातों का दयँ रखने से आप इन विवादों को खत्म कर सकते हैं।
'मैं' की जगह 'हम' का प्रयोग करें
किसी भी विवाद के दौरान 'मैं' और 'तुम' की जगह पर 'हम' का इस्तेमाल अधिक करें, क्योंकि हम का इस्तेमाल करने से आप उस व्यवहार में खुद को भी जोड़ते है। दूसरा आप पर गुस्सा करता है, क्योंकि आप अपना बचाव नहीं क्र पते, इसलिए आपको विवाद को ख़त्म करना चाहिए और दूसरे को यह अहसास दिलाना चाहिए की आप दोनों एक साथ हैं, आप दोनों 'मैं' नहीं 'हम' हैं। इसलिए यह आप दोनों के लिए बेहतर है कि किसी भी तरह के विवाद को आप अपने रिश्ते पर है हावी न होने दें। विवाद के दौरान यह साबित करने की कोशिश करना कि किसकी गलती है या कौन सही है, यह बहुत गलत है। दौरान स्थिति कुछ ऐसी रहती है कि कोई भी अपनी मानने के लिए तैयार नहीं होता। वह हर चीज के लिए सिर्फ दूसरे को ही जिम्मेदार समझता है, क्योंकि वह अपनी छवि को दोषपूर्ण बना लेता है। इस दौरान इस बात पर विवाद करने से विवाद सुलझाने की बजाय और बढ़ सकता है। इसलिए विवाद के दौरान सिर्फ उसे सुलझाने पर ही ध्यान देना चाहिए और दोनों में से किसी एक को शांत रहना चाहिए।
दूसरों की भी सुनें
अक्सर हम दूसरे की बात को पूरा सुने बगैर ही जवाब दे देते है। कई बार कहा कुछ और जाता है और हम कुछ और समझ लेते है। इसलिए जरूरी है कि जब कभी भी ऐसी परिस्थिति आए, तो दूसरेवे की बात को भी सुनें , इससे बात को लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं रहेगा। यह भी सही है कि कहने के तरिके से बात का अर्थ बदल जाता है और अगर आप दूसरे की बात को दोहरा लेंगे, तो यह परिस्थिति उत्पन्न नहीं होगी और आप उसकी भावनाओं को अच्छी तरह समझ जाएंगे। दूसरा इस दौरान कैसा महसूस करेगा, उस परिस्थिति में खुद को रखकर देखें। इस दौरान आपका व्यवहार कैसा होता ? और जब खुद को दूसरे की जगह रखकर देखते हैं, तो आपको अहसास होता है कि आपका रुखा व्यव्हार कितना अव्यवहारिक था। कई बार एक-दूसरे से अलग सोचते है और आपको इसका सामना करना ही पड़ेगा, लेकिन इन असहमतियों को अच्छे से सामना करना ही आपके रिश्ते को बेहतर दिशा में ले जाएगा। दोनों को जनने की कोशिश करनी चाहिए कि किस बसस्ट या आदत से आपके साथी को परेशानी है। ऐसी कौन-सी बातें हैं, जो आप दोनों के रिश्ते के बिच आ रही है,उसे जाने और दूर करने की कोशिश करें, इससे आपके रिलेशनशिप में प्यार बढ़ेगा।
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